Monday, June 29, 2009

दिल्‍ली की ओर बढ़ चला मॉनसून

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के कारण पूरे मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई भागों में सोमवार को बारिश हुई. इससे पिछले कुछ दिनों से जारी भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है. साथ ही इन इलाकों में जल्द ही खरीफ की बुआई शुरू होने की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं.

बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र
भारतीय मौसम विभाग के निदेशक बी. पी. यादव ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से पूरे मध्य भारत के अलावा राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में दक्षिण मॉनसून का विस्तार हुआ है. उन्होंने कहा कि अगले 2 दिन में मॉनसून का उत्तर-पश्चिम भारत के और क्षेत्रों में विस्तार हो सकता है. यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के शेष भागों व पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के विस्तार के लिए स्थितियां अनुकूल हैं. अगले 2 दिन में पश्चिमी तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है.

आइला की वजह से हुआ नुकसान
मॉनसून केरल के तट पर सामान्य रूप से एक सप्ताह पहले 23 मई को ही पहुंच गया लेकिन उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में आए चक्रवाती तूफान आइला की वजह से गायब हो गया था. इस वजह से प्रायद्वीपीय इलाकों में अपने सही रास्ते से आने में मॉनसून को एक महीने का वक्त लग गया. आमतौर पर इसमें एक हफ्ता ही लगता है.

बारिश का अनुमान घटकर 93 प्रतिशत
कमजोर मॉनसून की वजह से मौसम विभाग ने बारिश के अनुमान को 96 प्रतिशत से घटाकर पिछले हफ्ते 93 प्रतिशत ही कर दिया था. हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि जुलाई और अगस्त में मॉनसून इस कमी को पूरा कर देगा. जुलाई और अगस्त ही खेती के लिहाज से अहम महीने हैं.

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